• 08 Jun, 2025

उत्तर प्रदेश नववर्ष 2025 के अवसर पर डीजीपी प्रशांत कुमार ने सुरक्षा को सुनिश्चित करने के कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी । नववर्ष की रात को किसी भी प्रकार की अराजकता बर्दास्त नही

उत्तर प्रदेश नववर्ष 2025 के अवसर पर डीजीपी प्रशांत कुमार ने सुरक्षा को सुनिश्चित करने के  कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी ।  नववर्ष की रात को किसी भी प्रकार की अराजकता बर्दास्त नही

उत्तर प्रदेश नववर्ष 2025 के अवसर पर डीजीपी ने सुरक्षा को सुनिश्चित करने के महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी । रात को किसी भी प्रकार की अराजकता बर्दास्त नही सुरक्षा तैनाती वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से समीक्षा चेकिंग और निगरानी शैक्षणिक जागरूकता अभियान तकनीकी उपायों का प्रयोग साइबर अपराध और सामाजिक मीडिया पर निगरानी

उत्तर प्रदेश नववर्ष 2025 के अवसर पर डीजीपी  ने सुरक्षा को सुनिश्चित करने के महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी । रात को किसी भी प्रकार की अराजकता बर्दास्त नही 
सुरक्षा तैनाती 
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से समीक्षा 
चेकिंग और निगरानी 
शैक्षणिक जागरूकता अभियान 
तकनीकी उपायों का प्रयोग 
साइबर अपराध और सामाजिक मीडिया पर निगरानी 
कानपुर 29 दिसंबर 2024 
लखनऊ, 29 दिसंबर 2024 उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने 2025 के नववर्ष के अवसर पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इनमें विशेष रूप से भीड़-भाड़ वाले स्थानों, महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा, आतंकी खतरों, साइबर हमलों और मानव तस्करी से निपटने के लिए तैयारी है। 
इन दिशा-निर्देशों के अंतर्गत, सुरक्षा बलों को सतर्क रहने और उच्चतम स्तर के सुरक्षा मानकों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि सभी जश्न मनाने वाले सुरक्षित रह सकें। 
प्रमुख दिशा-निर्देश: 
1. सुरक्षा तैनाती: 
प्रशांत कुमार ने एक सशक्त सुरक्षा तंत्र स्थापित करने का निर्देश दिया है, जिसमें विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में हो रहे महाकुंभ 2025 के संदर्भ में व्यापक संख्या में पुलिसकर्मी, तैनात किए जाएंगे 
प्रशांत कुमार ने महाकुंभ 2025 के लिए सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने हेतु निर्देश जारी किए हैं, जिसमें लगभग 50,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। यह संख्या 2019 के कुंभ की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक है। इसकेअन्तर्गत चेकिंग अभियान चलाने के भी आदेश दिए गए हैं। 
2. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा: 
अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की, जिसमें मेला ड्यूटी पर उपस्थित न होने के मामले में नाराजगी व्यक्त की. 
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों के साथ सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की गई, जिसमें यह चिंता भी व्यक्त की गई कि कुछ अधिकारी मेला ड्यूटी पर उपस्थित नहीं थे। यह तकनीक बैठकें आयोजित करने के लिए एक प्रभावी तरीका है जो विभिन्न स्थानों पर लोगों को एक साथ लाती है। 
3. चेकिंग और निगरानी : 
डीजीपी ने चेकिंग और निगरानी को बढ़ाने का निर्देश दिया है, जिसमें होटल, रेस्तरां, रेलवे स्टेशन और अन्य सघन स्थलों पर निरंतर जांच की जाएगी। संदिग्ध गतिविधियों पर ध्यान देने और सुरक्षा उपायों को लागू करने का निर्देश दिया है 
डीजीपी ने होटल, रेस्तरां, रेलवे स्टेशन और अन्य प्रमुख स्थलों पर चेकिंग और निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया है, ताकि संदिग्ध गतिविधियों पर ध्यान दिया जा सके और सुरक्षा उपायों को प्रभावी रूप से लागू किया जा सके। यह विशेष निर्देश हाल की घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा को सख्त करने के उद्देश्य से हैं। 
4. शैक्षणिक जागरूकता अभियान: 
रेल यात्रियों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष अभियान शुरू किया जाएगा जिसमें पोस्टर और बैनर का उपयोग कर यात्रियों को संभावित खतरों से सचेत करना है. 
रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष अभियान के तहत पोस्टर और बैनर के माध्यम से जागरूकता फैलाई जाएगी। इसका उद्देश्य यात्रियों को संभावित खतरों, जैसे सामान की सुरक्षा और अनजान व्यक्तियों से भोजन ग्रहण करने से बचने की जानकारी देना है। यह पहल यात्रियों को स्वदेशी सुरक्षा उपायों के प्रति सचेत करने का कार्य करती है।महत्वपूर्ण है कि यात्री अपने सामान की सुरक्षा स्वयं करें और यात्रा के दौरान सावधानी बरतें। 
5. तकनीकी उपायों का प्रयोग: 
महाकुंभ के दौरान सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीकों जैसे एआई-सक्षम सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन निगरानी और साइबर सुरक्षा नेटवर्क का प्रयोग किया जाएगा. 
महाकुंभ के दौरान सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है, जिसमें एआई-सक्षम सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन निगरानी, और साइबर सुरक्षा नेटवर्क शामिल हैं। इसके तहत विशेष रूप से 100 मीटर पानी के नीचे और 120 मीटर ऊपर निगरानी करने में सक्षम ड्रोन का भी तैनाती की गई है, और इसके लिए लगभग 200 करोड़ रुपये के उपकरण खरीदे गए हैं। 
6. साइबर अपराध और सामाजिक मीडिया पर निगरानी: 
प्रशांत कुमार ने फर्जी खबरों को रोकने और सोशल मीडिया पर सूचनाओं का कड़ा ध्यान रखने के दिशा-निर्देश दिए. 
साइबर अपराधियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का उपयोग फ़िशिंग जैसे अपराधों के लिए करना शुरू कर दिया है। जब उपयोगकर्ता अपनी डिजिटल प्रोफाइल में अधिक जानकारी साझा करते हैं, तो इससे उनकी सुरक्षा में कमी आ सकती है और वे साइबर अपराध के शिकार बन सकते हैं। उदाहरणस्वरूप, फेसबुक जैसी कंपनियाँ ऐसे अपराधों से निपटने के लिए मॉडरेटर और प्लेस मैनेजर का उपयोग कर रही हैं, ताकि सुरक्षा बढ़ाई जा सके। 
 डीजीपी ने सुनिश्चित किया है कि नववर्ष की रात को असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और आम जनता की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। ये उपाय इस अवसर पर शांति और सुरक्षा बनाए रखने में सहायक होंगे। 
 

Dr. Lokesh Shukla

Dr. Lokesh Shukla, Managing Director, International Media Advertisent Program Private Limited Ph. D.(CSJMU), Ph. D. (Tech.) Dr. A.P.J. Abdul Kalam Technical University, before 2015 known as the Uttar Pradesh Technical University, WORD BANK PROCUREMENT (NIFM) Post Graduate Diploma Sales and Marketing Management